मानव तस्करी का कोई भी शिकार हो सकता है।
मानव तस्करी गुलामी है।
और ऐसी घटनाएं पूरे अमरीका में होती हैं।
कोई भी बच्चा, कोई भी स्त्री, अथवा कोई भी पुरुष, सम्भवतः कभी भी मानव तस्करी का शिकार बन सकता है।
मैं श्रमिक तस्करी की शिकार हूँ।
मैं बाल देह व्यापार का शिकार थी, किन्तु अब मेरी देह मेरी अपनी है।
मानव तस्करी, किसी भी प्रकार की बंधवा मजदूरी की श्रेणी में आती है।
ऐसा किसी के साथ भी हो सकता है।
मैं एक माँ हूँ।
मैं एक लेखक हूँ।
मैं एक बेटा हूँ।
मैं एक वकील हूँ।
मैं एक शिक्षक हूँ।
मैं एक बहन हूँ।
मैं एक भाई हूँ।
जो मुझ पर बीती है, उस से कहीं बड़ा मेरा अस्तित्व है।
मैं सशक्त हूँ।
मैं वीर हूँ।
मैं स्पष्टवादी हूँ।
मैं उत्तरजीवी हूँ।
मैं उत्तरजीवी हूँ।
मैं मानव तस्करी की उत्तरजीवी हूँ।
मानव तस्करी के कितने ही रूप हैं।
अधिक जानकारी के लिए कृपया यह वेबसाइट देखें:
www.ovc.gov/trafficking